माँ पर बेहतरीन गीत //kavi kundan
चित्र आधारित कविता
प्रेम संग पिहुवन मातु अवतारी।
सौम्य सूरत लगे नयन कटारी।।
स्नेहिल सरोवर भयो बलिहारी।
चंदन वन सम, सूता है प्यारी।।
हरित चीर सोहे कंगन, बाली।
अद्भुत छटा संगम है निराली।।
पुष्पित पुलकित अहो भाग्यशाली।
मधुवन सम तन यौवन मतवाली।।
मधुर मुस्कान रूप है सुहावन।
प्रिय प्रीत मन उर है लुभावन।।
देख दृश्य कुंज भाग्य इठलावे।
राग भैरवी गीत सबको सुनावे।।
कुन्दन कुंज
बनमनखी, पूर्णिया
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार
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