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माँ पर बेहतरीन गीत //kavi kundan

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 माँ  ख्वाबों में तू है ख्यालों में तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। तूझे दिल में बसाया है पलकों पर बैठाया है अपने मन के मंदिर में सिर्फ तेरा घर बनाया है मुझमें बहता हर रक्त है तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। तू भगवान हमारा है तू पहचान हमारी है तूझे कैसे बताऊँ माँ तू तो जान हमारी है सांसों में तू है धड़कन में तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। कुन्दन कुंज  पूर्णिया, बिहार 

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https://kavyakunjmasikepatrika.blogspot.com/2020/10/blog-post_18.html किता ब ..........  किता ब ज्ञान का भंडार है, हरती  मन का  विकार है। हमेशा पथप्रदर्शक बन कर, विहार  कराती  संसार  है। हमें  सही  राह  दिखाती  है, सुख दुख में साथ निभाती है। अगर  कही भी उलझन हो, उसे सुलझाना सिखाती है। ऊँच नीच का भाव मिटाकर, हम  सब को गले लगाती है। एकता  की  डोर में पिरोकर, जीवन  का  पाठ  पढाती है। भटके  हुए  मुसाफ़िर  को, वह मंजिल तक ले जाती है। जो इसकी नित्य पान करे, उसे अज्ञ से ज्ञानी बनाती है। अच्छी किता बों से संगति बनाएँ। स्वयं  को  कुविचार  से  बचाएँ।। विस्तृत  ज्ञान  का सृजन  करके। पूरी दुनिया  को लाभ  पहुँचाएँ।। ************************** कुन्दन बहरदार पूर्णिया, बिहार 6201665486