माँ पर बेहतरीन गीत //kavi kundan

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 माँ  ख्वाबों में तू है ख्यालों में तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। तूझे दिल में बसाया है पलकों पर बैठाया है अपने मन के मंदिर में सिर्फ तेरा घर बनाया है मुझमें बहता हर रक्त है तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। तू भगवान हमारा है तू पहचान हमारी है तूझे कैसे बताऊँ माँ तू तो जान हमारी है सांसों में तू है धड़कन में तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। कुन्दन कुंज  पूर्णिया, बिहार 

मैया तेरे दर पे आया फकीर


गीत 

*****,,, 


मैया तेरे दर पे आया एक फकीर।
करम जला हूँ माँ बदल दे लकीर। (2)

कोई न अपना सब है पराया ।
दर दर की ठोकरें खा तेरे दर पे आया ।
करके दया तू चमका दे तकदीर।

करम जला हूँ ____________-___

तन पे पसरा चिर बन दुःख है ।
जला रोम रोम मिला न सुख है।
हूँ प्रेम का प्यासा पिला दे नीर ।

करम जला हूँ..................

बाँझे पेट बस दो जून का रोना।
सब कुछ छीन लिया है कोरोना।
रोए मोहे लल्ला दिला दे क्षीर।।

करम जला हूँ....................

कुन्दन कुंज 

पूर्णिया, बिहार 

23/10/20




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