माँ पर बेहतरीन गीत //kavi kundan
माँ
ख्वाबों में तू है ख्यालों में तू
मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू।
तूझे दिल में बसाया है
पलकों पर बैठाया है
अपने मन के मंदिर में
सिर्फ तेरा घर बनाया है
मुझमें बहता हर रक्त है तू
मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू।
तू भगवान हमारा है
तू पहचान हमारी है
तूझे कैसे बताऊँ माँ
तू तो जान हमारी है
सांसों में तू है धड़कन में तू
मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू।
कुन्दन कुंज
पूर्णिया, बिहार

बहुत सुन्दर रचना
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