माँ पर बेहतरीन गीत //kavi kundan
माँ ख्वाबों में तू है ख्यालों में तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। तूझे दिल में बसाया है पलकों पर बैठाया है अपने मन के मंदिर में सिर्फ तेरा घर बनाया है मुझमें बहता हर रक्त है तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। तू भगवान हमारा है तू पहचान हमारी है तूझे कैसे बताऊँ माँ तू तो जान हमारी है सांसों में तू है धड़कन में तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। कुन्दन कुंज पूर्णिया, बिहार

बहुत सुन्दर रचना जी
जवाब देंहटाएंSuperb😍😍🥰🙏
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार जी!
हटाएंआप के शब्द मेरे मन को मौह लेते हैं
जवाब देंहटाएंऐसे ही कविताए लिखते रहे,आगे बढते रहे और हमलोगो को आनंदित करते रहे ।।
बहुत बहुत आभार जी
हटाएंBahut achha h bhai
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार जी!
हटाएंबहुत सुंदर भैया
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार भैया जी
हटाएंSuperb bhaiya jii
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार जी
हटाएंBhut acchi rachna h bhaiya
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार जी
हटाएंBhute accha poem likhe h bhiya app👍👍👍
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार जी
हटाएंNice ❤️❤️❤️❤️
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार जी
हटाएंबहुत बहुत आभार जी
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार जी
जवाब देंहटाएंNice Line 😇
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार जी
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