माँ पर बेहतरीन गीत //kavi kundan

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 माँ  ख्वाबों में तू है ख्यालों में तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। तूझे दिल में बसाया है पलकों पर बैठाया है अपने मन के मंदिर में सिर्फ तेरा घर बनाया है मुझमें बहता हर रक्त है तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। तू भगवान हमारा है तू पहचान हमारी है तूझे कैसे बताऊँ माँ तू तो जान हमारी है सांसों में तू है धड़कन में तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। कुन्दन कुंज  पूर्णिया, बिहार 

शब्द कोश

 शब्द कोश 

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दीगर- अन्य, दूसरा

हबीब - पैगंबर

रक़ीब - प्रेमिका का दूसरा प्रेमी

हदीद - पवित्र कुरान

रजा -

फजा-

सजा-

सफा-

जफ़ा-

वफा-

दफा-

रफा-

नफा-

वास (पुं ) निवास

उब्दोधक- ज्ञान कराने वाला

उदबोधन

मार्तंड - सूर्य

भाग्य (=पुं) नसीब

तकाज़ा - इच्छा 

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