माँ पर बेहतरीन गीत //kavi kundan

चित्र
 माँ  ख्वाबों में तू है ख्यालों में तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। तूझे दिल में बसाया है पलकों पर बैठाया है अपने मन के मंदिर में सिर्फ तेरा घर बनाया है मुझमें बहता हर रक्त है तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। तू भगवान हमारा है तू पहचान हमारी है तूझे कैसे बताऊँ माँ तू तो जान हमारी है सांसों में तू है धड़कन में तू मेरा है जन्नत मेरी है आरज़ू। कुन्दन कुंज  पूर्णिया, बिहार 

आवेदन पत्र कैसे लिखें?

आवेदन संख्या - 1
अपने प्राचार्या को दो दिनों की छुट्टी के संबंध में आवेदन पत्र लिखे। 

उत्तर - 

सेवा में,
         श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय! 
          आ. मध्य विद्यालय बाल भारती 
              बनमनखी (पूर्णिया )
द्वारा :- वर्ग शिक्षक
विषय :- दो दिनों की छुट्टी के संबंध में।
महाशय;
         सविनय निवेदन यह है कि मेरी माँ बहुत बीमार है। जिसके देख भाल के लिए घर पर कोई नहीं है, मेरे सिवाय। इसलिए मैं दिनांक - 03.05.20 से 05.05.20 तक अपने वर्ग से अनुपस्थित रहूँगा। 
          अतः श्रीमान् से नम्र निवेदन है कि मुझे उपरोक्त दिनों की छुट्टी देने की कृपा करें। ताकि मैं अपनी माँ की सेवा कर सकूँ। इसके लिए मैं श्रीमान् का सदा आभारी रहूँगा। 
आपका आज्ञाकारी छात्र
    नाम - कुन्दन कुंज 
    वर्ग - पाँच 
    क्रमांक - 05
    दिनांक - 03.05.20 

आवेदन संख्या - 2
बहन की शादी में शामिल होने के लिए प्रधानाचार्य को 5 दिनों की छुट्टी के लिए आवेदन पत्र लिखें। 
उत्तर - 

सेवा में, 
        श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय! 
         बाल भारती, बनमनखी, पूर्णिया 
द्वारा :- वर्ग शिक्षक महोदय! 
विषय :- पाँच दिनों की छुट्टी के संबंध में। 
महाशय ;
           सविनय निवेदन यह है कि मेरी बड़ी बहन की शादी दिनांक 08/08/20 को तय हुई है। घर में, मैं, मेरी बहन और पिताजी के अलावे और कोई नहीं हैं ताकि पिता का मदद कर सके। 
           अतः श्रीमान् से सविनय निवेदन है कि मेरी उपरोक्त बातों को ध्यान में रखते हुए मुझे दिनांक 03/08/20 से 08/08/20 के लिए छुट्टी देने की कृपा करें। इसके लिए मैं श्रीमान् का सदा आभारी बना रहूँगा। 
                    आपका आज्ञाकारी छात्र/आज्ञाकारिणी छात्रा 
                          नाम:- कुंदन कुंज 
                           वर्ग - 
                           क्रमांक - 
                          दिनांक - 


नोट:- इसी प्रकार से आप अन्य आवेदन पत्र भी छुट्टी लेने के लिए लिख सकते हैं।। 

आवेदन संख्या - 03 
अनुपस्थिति /विलंब शुल्क माफ कराने के संबंध में प्राचार्य को आवेदन पत्र लिखे। 
उत्तर - 1

सेवा में, 
         श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय! 
          सुमरित उच्च वि. बनमनखी, 
                    (पूर्णिया) 

विषय - अनुपस्थिति दंड माफ कराने के संबंध में। 
महाशय ;
          सविनय निवेदन यह है कि मेरी तबियत खराब हो गई थी। जिसके कारण मैं दिनांक - 08/08/20 से 13/08/20 तक अपने वर्ग से अनुपस्थित था। 
           अतः श्रीमान् से निवेदन है कि मेरे उपरोक्त बिंदुओं पर ध्यान देते हुए मेरा अनुपस्थिति दंड शुल्क माफ की जाए। इसके लिए मैं श्रीमान् का सदा आभारी रहूँगा। 
आपका आज्ञाकारी छात्र 
नाम - 
वर्ग - 
दिनांक - 

 02-

 सेवा में, 
          श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय!
          बाल भारती, बनमनखी (पूर्णिया) 
विषय :- मासिक शुल्क माफ कराने के सम्बंध में। 
महाशय ;
          सविनय निवेदन यह है कि मेरे पिताजी एक किसान हैं जो छोटे से भू भाग में खेती करके, मेरे विद्यालय का शुल्क एवं परिवार का भरण-पोषण करते हैं। इस बार भीषण बाढ़ आने के कारण सारा फसल बर्बाद हो गया। जिसके कारण मैं इस वर्ष का मासिक शुल्क देने में असमर्थ हूँ। 
          अतः श्रीमान् है मेरा पारिवारिक परिस्थिति को देखते हुए मेरा इस वर्ष का मासिक शुल्क माफ किया जाय। ताकि मैं अपनी पढ़ाई को जारी रख सकूँ। इसके लिए मैं श्रीमान् का सदा आभारी रहूँगा। 
                        आपका आज्ञाकारी छात्र 
                         नाम-
                         वर्ग - 
                         क्रमांक - 
                         दिनांक - 

=) खाता बंद करवाने के संबंध में शाखा प्रबंधक को आवेदन पत्र कैसे लिखें। 
उत्तर - 

सेवा में,
         श्रीमान् शाखा - प्रबंधक महोदय!
               बनमनखी, पूर्णिया
विषय :- खाता बंद कराने के संबंध में।
महाशय ;
           सविनय निवेदन यह है कि मैं नाम- कंचन देवी, पति- श्री चाकू बहरदार एवं खाता संख्या - 1008567128 है ।जिसे मैं कराना चाहती हूँ।
           अतः श्रीमान् से नम्र निवेदन है कि मेरी उपरोक्त बातों पर ध्यान देते हुए मेरी खाता संख्या - 1008567128 को बंद कर दिया जाय।
आपका विश्वासी
कंचन देवी
बनमनखी
दिनांक - 03.05.20

=) जमीनी विवाद या अन्य किसी कारण से संबंधित मामलों के संबंध में थाना प्रभारी को आवेदन पत्र कैसे लिखें? 
उत्तर - 

सेवा में,
         श्रीमान् थानाध्यक्ष महोदय!
         बनमनखी, पूर्णिया
विषय :- जमीनी विवाद को लेकर दर्ज शिकायत से नाम विमुक्त
             किये जाने के संबंध में।
महाशय ;
           उपर्युक्त विषयक निवेदन पूर्वक कहना है कि नगर पंचायत बनमनखी वार्ड नं० 03 के अन्तर्गत विशाल नगर बस स्टैंड के स्थानीय निवासी श्री तुलो महलदार पिता स्व सुखदेव बहरदार, थाना - बनमनखी जिला - पूर्णियां के द्वारा रजिस्ट्री केवला की जमीन की नापी से उत्पन्न विवाद को लेकर बनमनखी थाना में (1)श्री चन्देश्वरी बहरदार, पिता स्व - जगदेव बहरदार एवं (2)श्री मुन्ना बहरदार पिता - श्री चन्देश्वरी बहरदार सभी नगर पंचायत बनमनखी, वार्ड नं० 03, थाना - बनमनखी, जिला - पूर्णियां के विरूद्ध एक सप्ताह पूर्व शिकायत दर्ज करवाया गया। उक्त शिकायत के आलोक में अवर निरीक्षक श्री गोपी पासवान द्वारा जाँच की गयी और जाँच के वक्त उक्त विवाद में चुन्नू बहरदार पिता श्री चन्देश्वरी बहरदार का नाम भी दे दिया गया है। जबकि मैं बनमनखी से बाहर रहकर पढाई करता हूँ और सम्प्रति 12वीं कक्षा का छात्र हूँ। मेरा घरेलू नाम चुन्नू बहरदार है। मैं अपने माता-पिता को समझा बुझाकर अंचल अमीन से निजी जमीन की नापी हेतु प्रयास कर रहा हूँ।
              अतः श्रीमान् से निवेदन है कि चुन्नू बहरदार उर्फ कुन्दन कुमार बहरदार का नाम दर्ज शिकायत से विमुक्त किया जाय ताकि मैं शांतिपूर्वक अपनी पढ़ाई को पूरी कर सकूँ।
प्रार्थी
चुन्नू बहरदार
पिता
नगर पंचायत बनमनखी वार्ड नं० 03
जिला - पूर्णियां
मो. नं०
दिनांक

=) मूल प्रमाणपत्र निर्गत कराने के संबंध में प्रधानाध्यापक को आवेदन पत्र कैसे लिखें? 
उत्तर - 

सेवा में, 
         श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय! 
         सुमरित उच्च विद्यालय बनमनखी, पूर्णिया 

विषय - मूल प्रमाणपत्र निर्गत कराने के संबंध में। 
महाशय ;
          सविनय निवेदन यह है कि मैं कुन्दन कुंज पिता-श्री चन्देश्वरी बहरदार वर्ष 2015 में वार्षिक माध्यमिक परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया हूँ। मेरा क्रमांक सं. -............ पंजीयन संख्या -............ तथा रोल कोड -.............. है। मुझे मूल प्रमाण पत्र की आवश्यकता है। 
          अतः श्रीमान् से नम्र निवेदन है कि मुझे मूल प्रमाण पत्र निर्गत करने की कृपा की जाय। इसके लिए मैं श्रीमान् का सदा आभारी रहूँगा ।
                      आपका आज्ञाकारी छात्र 
                       नाम-
                       पिता का नाम - 
                       पता - 
                       दिनांक - 




टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

शुक्रिया आदरणीय पाठक कि आपने हमें अपना कीमती समय दिया।
अगर आपको कोई भी समस्या है हमारे पोस्ट से जुडा हुआ तो हमें अवश्य सूचित करें। ताकि उन त्रुटियों का तुरंत निवारण कर सके।
और यदि आप अपना कोई सुझाव देना चाहते हैं तो हमें अवश्य दें।
आप हमें मेल कर सकते हैं
kundanbahardar@gmail.com
पर

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

समसामयिक दोहे

रक्षाबंधन पर कविताएं

प्रेम कविता